| 1. | [संपादित करें] अतिनूतन युग और भारत
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| 2. | अतिनूतन युग और भारत [संपादित करें]
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| 3. | नूतनजीवी कल्प के अतिनूतन युग में इनके प्रथम दर्शन होते हैं।
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| 4. | नूतनजीवी कल्प के अतिनूतन युग में इनके प्रथम दर्शन होते हैं।
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| 5. | भारतवर्ष में अतिनूतन युग का प्रतीक सिवालिक तंत्र (सिस्टम) में मिलता है।
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| 6. | भारतवर्ष में अतिनूतन युग का प्रतीक सिवालिक तंत्र (सिस्टम) में मिलता है।
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| 7. | में प्रसिद्ध भूवैज्ञानिक लायल महोदय ने अतिनूतन युग (प्लायोसीन इपोक) शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग किया था।
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| 8. | अतिनूतन युग के ग्लूकोडोन बैलेराटेन्सिस को क्वोल और डैविल की मध्यवर्ती प्रजाति करार दिया गया है.
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| 9. | हमारे देश के अतिनूतन युग के शैलों में पृष्ठवंशियों, विशेषत स्तनधारियों के जीवाश्म प्रचुरता से मिलते हैं।
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| 10. | [10] अतिनूतन युग के ग्लूकोडोन बैलेराटेन्सिस को क्वोल और डैविल की मध्यवर्ती प्रजाति करार दिया गया है.
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